सर्वशक्तिमान परमेश्वर मनुष्य के रूप में आ सकते हैं।
परमेश्वर मनुष्य के रूप में आ सकते हैं
मनुष्य परमेश्वर नहीं बन सकता, लेकिन परमेश्वर मनुष्य के रूप में आ सकते हैं। यदि आप परमेश्वर की आकाश और पृथ्वी की सृष्टि पर या लाल समुद्र को विभाजित करने पर विश्वास करते हैं, आप आसानी से समझ सकते हैं कि परमेश्वर मनुष्य के रूप में आ सकते हैं।
ईसाई धर्म, वह धर्म है जो शरीर में आए परमेश्वर पर विश्वास करता है
ईसाई धर्म का सार मनुष्य के रूप में आए परमेश्वर पर विश्वास करना है। मसीह का अर्थ मानवजाति को बचाने के लिए शरीर में आए परमेश्वर है, और उन मसीह पर विश्वास करना ईसाई धर्म है।
क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा। यश 9:6
नबी यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि “पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता” एक बालक के रूप में, यानी एक मनुष्य के रूप में पैदा होंगे। यह यीशु हैं जिन्होंने इस भविष्यवाणी को पूरा किया(लूक 1:31-33), और यह ईसाई धर्म है जो यीशु पर विश्वास करता है। इसलिए, यदि आप एक सच्चे ईसाई हैं जो बाइबल की भविष्यवाणियों पर विश्वास करते हैं, तो आपको विश्वास करना चाहिए कि परमेश्वर एक बालक के रूप में पैदा हो सकते हैं। प्रेरित पौलुस ने इस बात पर जोर दिया कि यीशु मसीह एक मनुष्य हैं, और इस बात की गवाही दी कि यीशु सब के ऊपर युगानुयुग धन्य परमेश्वर हैं।
क्योंकि परमेश्वर एक ही है, और परमेश्वर और मनुष्यों के बीच में भी एक ही बिचवई है, अर्थात् मसीह यीशु जो मनुष्य है। 1तीम 2:5
पुरखे भी उन्हीं के हैं, और मसीह भी शरीर के भाव से उन्हीं में से हुआ जो सब के ऊपर परम परमेश्वर, युगानुयुग धन्य है। आमीन। रो 9:5
पूर्वधारणा और बाइबल की भविष्यवाणी
लगभग 2,000 वर्ष पहले, यहूदियों ने यीशु मसीह को परमेश्वर के रूप में नहीं पहचाना जो बाइबल की भविष्यवाणी के अनुसार शरीर में आए थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि वे इस पूर्वधारणा से ग्रस्त थे कि परमेश्वर एक मनुष्य के रूप में नहीं आ सकते।
“मैं और पिता एक हैं।” यहूदियों ने उस पर पथराव करने को फिर पत्थर उठाए। इस पर यीशु ने उनसे कहा, “मैं ने तुम्हें अपने पिता की ओर से बहुत से भले काम दिखाए हैं; उन में से किस काम के लिये तुम मुझ पर पथराव करते हो?” यहूदियों ने उसको उत्तर दिया, “भले काम के लिये हम तुझ पर पथराव नहीं करते परन्तु परमेश्वर की निन्दा करने के कारण; और इसलिये कि तू मनुष्य होकर अपने आप को परमेश्वर बनाता है।” यूह 10:30-33
आखिरकार, उन्होंने मसीह को अस्वीकार कर दिया और उसे क्रूस पर चढ़ाने का एक बड़ा पाप किया। हालांकि, प्रेरितों ने पूरी तरह से बाइबल की भविष्यवाणियों पर विश्वास किया और परमेश्वर को ग्रहण किया जो एक मनुष्य के रूप में आए थे(यूह 5:39; लूक 24:25-27; प्रे 17:2-3)। इस युग में भी ऐसा ही होता है। जो लोग बिना किसी पूर्वधारणा के बाइबल की भविष्यवाणी पर पूरी तरह विश्वास करते हैं, वे दूसरी बार आने वाले मसीह को ग्रहण कर सकते हैं।